

यूपी बोर्ड की 10वीं-12वीं परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए सख्त व्यवस्था की गई है। परीक्षा कक्षों के साथ स्ट्रांग रूम में भी चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों की मॉनिटरिंग सीधे लखनऊ और इलाहाबाद से होगी।
प्रधानाचार्य कक्ष में स्ट्रांग रूम तैयार नहीं होंगे। जरा सी भी गड़बड़ी मिलने पर केंद्र व्यवस्थापक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीएन इंटर कॉलेज में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर आयोजित केंद्र व्यवस्थापक की बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार ने स्पष्ट निर्देश जारी किए।
सह जिला विद्यालय निरीक्षक रितु तोमर ने बताया कि परीक्षा केंद्र परिसर के मुख्य द्वार पर ही परीक्षार्थियों की तलाशी ली जाएगी। छात्राओं की तलाशी महिला शिक्षिका ही ले सकेंगी। विद्यालय स्तर पर गठित सचल दल में कम से कम तीन सदस्य होंगे।
इसमें एक महिला शिक्षिका भी अनिवार्य रूप से शामिल रहेंगी। परीक्षा केंद्र परिसर के अंदर स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस आदि पाए जाने पर अनुचित साधन माना जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार ने बताया प्रश्नपत्रों को जिस कक्ष में रखा जाएगा वहां तीन कैमरे उत्तर प्रदेश शासन द्वारा लगवाए जाएंगे।
इसकी निगरानी लखनऊ, इलाहाबाद और जिला मुख्यालय से होगी। उत्तर पुस्तिकाएं डबल लॉक में रखी जाएंगी। चाबी और अलमारी की निगरानी का दायित्व प्रधानाचार्य का होगा। प्रश्न पत्रों के रखरखाव में किसी केंद्र पर नकल की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल केंद्र व्यवस्थापक पर कड़ी कार्यवाही होगी।
बैठक में अनुपस्थित रहे केंद्र व्यवस्थापकों के वेतन आहरण पर रोक लगाने के आदेश जारी किए। संचालन डॉ. मेघराज सिंह ने किया। सुशील कुमार, डॉ. वीर बहादुर सिंह, पारुल वर्मा ,आशा चौधरी, रीता जोशी, डॉ. मनु भारद्वाज, डॉ नीरा तोमर, डॉ. बीपी सिंह, डॉ. रोहिताश, डॉ.आरके सिंह, पवन कुमार शर्मा, जयप्रकाश शर्मा, आशीष उपस्थित रहे।